शुक्रवार, 7 अगस्त 2009

कृष्णा नदी के तट पर ऑंधी पड़ी नावें : मल्लिकार्जुन

महान एलोरा

विश्व धरोहर ; एलोरा गुफाएँ

गंगा में मोटर बोट , ऋषिकेश


लक्ष्मण झूला ऋषिकेश


अविचलित आस्थाएँ


लहर पर लहर पर लहर


बिकाऊ हैं : शंख और सीपियाँ


पत्थर पर उकेरी गयी कविता


दक्षिण भारत के एक मन्दिर में रखा विशालकाय रथ


कन्याकुमारी में सूर्योदय-4


कन्याकुमारी में नावें


कन्याकुमारी में सूर्योदय-२


कन्याकुमारी में सूर्योदय-१


एक बार फिर : शिमला


शिमला


मुग़ल शैली के उद्यानों का शहर : पिंजोर


पिंजोर के उद्यान


अगर राजस्थान संस्कृत यूनिवर्सिटी के शोध केन्द्र के बाहर मैं कोई कमल-ताल उगा पाता


अपने पुराने दफ्तर के कमरे की खिड़की से दृश्य


प्रार्थनासभा में हाथ


रविवार प्रार्थनासभा


यात्रा का जीवन


भूले और भोले दिनों की याद में


पोपकोर्न संस्कृति


पनघट अब एक अतीत है शायद


बाज़ार में बदलती दुनिया


दोपहर की झपकी का स्वाद


तितली


सीढियां और अंधेरे


घर-बाहर-2


घर-बाहर


नदी, जिसने मुझे नहीं देखा


अन्नकूट के मौके पर चित्रित गायें : सवाई माधोपुर, राजस्थान


सवाई माधोपुर के एक गाँव की खाट : एक कलाकृति भी


शीर्षकहीन


बांकेबिहारी मन्दिर की गली, वृन्दावन


वृन्दावन :' हरेराम' संगीतकार


पक्की आस्था का कच्चा सूत